सियोल: साउथ कोरिया अब बुजुर्गों का देश बनता जा रहा है. जी हां, साउथ कोरिया यानी दक्षिण कोरिया औपचारिक रूप से एक ‘सुपर-एज्ड’ सोसाइटी में बदल गया है. देश की 20 प्रतिशत जनसंख्या 65 वर्ष या उससे अधिक आयु की है. साउथ कोरिया की आंतरिक मंत्रालय की मानें तो साउथ कोरिया तेजी से वृद्ध होती आबादी और कम जन्म दर के जनसांख्यिकीय संकट से जूझ रहा है.
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार तक 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के दक्षिण कोरियाई लोगों की संख्या 10.24 मिलियन थी, जो देश की कुल जनसंख्या 51.22 मिलियन का 20.0 प्रतिशत है. संयुक्त राष्ट्र उन देशों को वृद्ध समाज (एजिंग सोसाइटी) के रूप में वर्गीकृत करता है, जहां 7 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या 65 वर्ष या उससे अधिक आयु की है. जिन देशों की जनसंख्या में 14 प्रतिशत से अधिक आबादी 65 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों की है तो उन्हें वृद्ध समाज (एज्ड सोसायटी) के रूप में वर्गीकृत किया जाता है.
वहीं जिन देशों की जनसंख्या में 20 प्रतिशत से अधिक आबादी 65 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों की है, उन्हें अति-वृद्ध समाज यानी सुपर एज्ड सोसायटी के रूप में वर्गीकृत करता है. दक्षिण कोरिया में इस आयु वर्ग में पिछले कुछ वर्षों में धीरे-धीरे वृद्धि हुई है. यह 2008 में 4.94 मिलियन थी. 2008 में यह जनसंख्या का 10 प्रतिशत था, जो 2019 में 15 प्रतिशत से अधिक हो गया और इस वर्ष जनवरी में 19.05 प्रतिशत तक पहुंच गया.
सोमवार तक आयु वर्ग में महिलाओं की संख्या 5.69 मिलियन थी, जबकि पुरुषों की संख्या 4.54 मिलियन थी. दक्षिण जिओला प्रांत में इस आयु वर्ग की आबादी 27.18 प्रतिशत थी. यह देश के प्रमुख क्षेत्रों में सबसे अधिक थी. केंद्रीय शहर सेजोंग में इस आयु वर्ग की हिस्सेदारी सबसे कम यानी 11.57 प्रतिशत थी. सोल में इस आयु वर्ग की जनसंख्या 19.41 प्रतिशत थी. एक विज्ञप्ति में मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, ”जनसंख्या केंद्रित मंत्रालय स्थापित करके मौलिक और व्यवस्थित प्रतिक्रिया उपायों की तत्काल जरुरत है. दक्षिण कोरिया ने अपने जनसांख्यिकीय संकट को दूर करने के लिए जनसंख्या रणनीति के एक नए मंत्रालय को शुरू करने की योजना का अनावरण किया है.
Tags: South korea, World news
FIRST PUBLISHED : December 24, 2024, 13:27 IST